Monday, June 29, 2015

Bgf102$.D ✒स्याही की भी मंज़िल का अंदाज़ देखिये :

खुद-ब-खुद बिखरती है, तो दाग़ बनाती है !!!!

जब कोई बिखेरता है,तो अलफ़ाज़...बनाती है!!!

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