Friday, July 24, 2015



BGT368 तेरे इश्क की दुनिया में हर कोई मजबूर है;पल में हँसी पल में आँसू ये
चाहत का दस्तूर है;जिसे मिली न मोहब्बत उसके ज़ख्मो का
कोई हिसाब नहीं;ये मोहब्बत पाने वाला भी दर्द से कहाँ दूर
है।$.D

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