Friday, July 24, 2015



BGT386दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ, प्यार का उसे पेगाम क्या दूँ, दिल मेँ दर्द नहीँ उसकी यादेँ है, अब यादेँ ही दर्द दे तो उसे इल्जाम क्या दूँ.$.D

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